जबकि नगर निगम की चलती कछुआ चाल गति के कारण शहर क्षेत्रों पुनः चकि्रत थैलियों का विनिर्माण, उपयोग, भंडारण एवं विक्रय बिना पाबंदी के धडल्ले से चल रहा है जबकि निगम प्रशासन के इसके उपयोग, विनिर्माण तथा विक्रय का रोकने का अधिकार होने के बाद भी शहर में इन नियमों को ताक में रखा जा रहा है।